Sunday 28 August 2011

About Bhagawan Mahavir

 भगवान  महावीर 24 वे तीर्थंकर है | उनका चिन्ह सिंह है |

भगवान  महावीर का जन्म कुण्डलपुर में हुआ था |

भगवान  महावीर की माता का त्रिशला है और उनका दूसरा नाम प्रियकरिणी है |

भगवान  महावीर के पिता का नाम सिद्धार्थ है |

भगवान महावीर के पांच नाम है | वर्धमान, वीर, महावीर, अतिवीर, सन्मति |

भगवान महावीर का जन्म चैत्र सुदी तेरश को हुआ था |

हाथी को वश में वश करने के कारण वर्धमान का नाम महावीर पड़ा |

संजय-विजय ये दो मुनिराजो ने महावीर भगवान को सन्मति नाम दिया |

सर्प बनकर संगम देव ने महावीर की परीक्षा ली |

भगवान  महावीर ने शादी नहीं की थी |

भगवान  महावीर ने 30 वर्ष की उम्र में दीक्षा ली |

भगवान महावीर ने 12 वर्ष तक तपस्या की | भगवान महावीर को 42 वर्ष में केवलज्ञान प्राप्त हुआ |

भगवान महावीर ने दीक्षा  लेते समय नम: सिद्धेभ्य: मंत्र  का उच्चारण किया था |

भगवान महावीर के 6 महीने उपवास के बाद चंदनबाला ने आहार करवाया था | चंदनबाला भगवान महावीर की मौसी थी |

महावीर भगवान केवलज्ञान होने के बाद 66 दिन  मौन रहे क्युकी गणधर नहीं थे |  

भगवान महावीर ने 72 वर्ष ने मोक्ष प्राप्त हुआ था |

महावीर भगवान के समवशरण में 14000 मुनिराज थे |

महावीर भगवान के समवशरण में 36000 माताजी थी |

महावीर भगवान को केवलज्ञान त्रजुकुला नदी के तट पर हुआ था |

महावीर भगवान के 11 गणधर थे |

महावीर भगवान पर उज्जयनी के श्मशान में स्माणुभद्र ने उपसर्ग किया था |

पार्श्वनाथ निर्वाण के 250 वर्ष बाद महावीर मोक्ष गए | 

महावीर भगवान की प्रमुख शिष्या चंदनबाला थी |

4 comments:

  1. I is really very nice inforamtion about mahavir bhagawan..

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  2. Its very good information about our 24th tirthankar MAHAVIR SWAMI...

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  3. THE SAMAVSHARAN OF MAHAVEER WAS 1 YOJAN IN SIZE

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